
बांग्लादेश में इंकलाब मंच के प्रवक्ता और छात्र नेता शरीफ उस्मान बिन हादी की हत्या से उपजी हिंसा अभी थमी भी नहीं थी कि देश एक बार फिर दहल उठा है. सोमवार को नेशनल सिटीजन पार्टी (NCP) के खुलना डिविजनल प्रमुख और पार्टी के केंद्रीय आयोजक मोतालेब सिकदार को भी सिर में गोली मार दी गई है. गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब पूरा देश पहले से ही राजनीतिक तनाव, सड़क पर हिंसा और संस्थागत अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है. एक के बाद एक नेताओं पर हमले ने अंतरिम सरकार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
हादी की हत्या के बाद नहीं संभला बांग्लादेश
इंकलाब मंच के प्रवक्ता उस्मान हादी की हत्या के बाद ढाका सहित कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. मीडिया दफ्तरों पर हमले, आगजनी और तोड़फोड़ ने हालात को और बिगाड़ दिया. इंकलाब मंच ने अंतरिम सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, बाद में उसे जमात-ए-इस्लामी जैसे कट्टरपंथी संगठनों ने समर्थन दिया. लेकिन रविवार को बांग्लादेश पुलिस ने खुद स्वीकार किया कि हादी हत्याकांड के मुख्य संदिग्ध की लोकेशन को लेकर उसके पास कोई ‘ठोस और विशिष्ट जानकारी’ नहीं है. यानी सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही बैकफुट पर थीं. ऐसे माहौल में मोतालेब सिकदार पर हमला आग में घी डालने जैसा माना जा रहा है.
